04/05/2011

चलिये आज आप को थोडा उदास करे....

जी नमस्कार आप सभी को , अगर आप को यहां दो लाईने ही दिख रही हे तो आप इस ब्लाग परिवार के टाईटल पर किल्क करे,या फ़िर Home पर किल्क करे तो आप को तीन लाईने दिखेगी, जी यहां तीन लाईने हे आप की नयी पोस्ट १, ,आप की नयी पोस्ट २ आप की नयी पोस्ट ३,
ऒर हर थोडी देर बाद आप अपडॆट करने के लिये F5 को दबाये, अगर आप भी अपना ब्लाग इस परिवार मे शामिल करना चाहते हे तो , हमे अपना URL यानि अपने ब्लाग का पता भेज दे, धन्यवाद

23 टिपण्णियां:

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

श्रीमान जी, मैंने अपने अनुभवों के आधार आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.

Anonymous said...

कई सालों पहले ये फिल्म देखि थी मैंने और मुझे अच्छा लगा था इसके नायक नायिका का चरित्र चित्रण.गलती से नायिका के भाई की हत्या नायक के हाथों हो जाती है.नायक पुलिस से बचने के लिए मित्र के घर आता है और बूढ़े,अंधे (शायद)के माता पिता और बहिन(नायिका) से मिलता है.माता पिता उसे अपना बिछड़ा बेटा समझ बैठते हैं.नायिका बाद में पहचान जाती है किन्तु ....बूढ़े माता पिता को इस उम्र में कोई दुःख सदमा नही देने के उद्देश्य से दोनों चुप रहते हैं और....दुनिया की नजर में नायिका का भाई बने देव नायिका की शादी अपने हाथों करवा कर विदा कर देते हैं.ये उसी विदाई के समय का गीत है. इस फिल्म के दुसरे गाने भी बहुत अच्छे हैं.दीवाना,मस्ताना हुआ दिल और देखने में भोला है दिल का सलौना...'बस सुनते ही जाइये मन नही भरता. राज भैयाआआआआआआ ! थेंक्स.

Vivek Rastogi said...

अन्तर भाई, अपने ब्लॉग के URL आपको किस पते पर भेजें...?

Maheshwari kaneri said...

मैने अपने ब्लांग का URL भेजा था। पर मेरा ब्लांग नही देख रहा है
मेर URL kaneriabhivainjana.blogspot.com

Kashvi Kaneri said...

कृपया मेरा ब्लांग शामिल करे मेरा URL है kuhukipiyariduniya.blogspot.com

राज भाटिय़ा said...

@ Maheshwari kaneri, ओर Kashvi Kaner जी आप के दोनो ब्लाग शामिल कर लिये हे आप लिस्ट २ मै देख सकती हे.
@ विवेक रस्तोगी जी आप का ब्लाग पहेली - मेरी पहेलियां भी शामिल कर लिया हे लिस्ट ३ मै हे देख सकते हे, बाकी ब्लाग का URL यही भेज दे टिपण्णी के रुप मे, धन्यवाद

आर्यावर्त डेस्क said...

कृपया मेरा ब्लांग शामिल करे मेरा URL है

http://aaryaavart.blogspot.com/

पूनम श्रीवास्तव said...

aadarniy sir
aapke blog parivaar me aakar sach bahut hi achha laga
yah sabhi blogers ke liye bahut hi achhi baat hai.main bhi aapke blog parivaar me shamil hona chahti hun.
mera blog hai-
http://jharokha-jharokha.blogspot.com
dhanyvaad sahit
poonam

cartoon corner said...

sir,please add my blog.

http://sameercartoon.blogspot.com/

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

श्रीमान जी, क्या आप हिंदी से प्रेम करते हैं? तब एक बार जरुर आये. मैंने अपने अनुभवों के आधार ""आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें"" हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.

श्रीमान जी, हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सुझाव :-आप भी अपने ब्लोगों पर "अपने ब्लॉग में हिंदी में लिखने वाला विजेट" लगाए. मैंने भी कल ही लगाये है. इससे हिंदी प्रेमियों को सुविधा और लाभ होगा.

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं अगर मुझे थोडा-सा साथ(धर्म और जाति से ऊपर उठकर"इंसानियत" के फर्ज के चलते ब्लॉगर भाइयों का ही)और तकनीकी जानकारी मिल जाए तो मैं इन भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने के साथ ही अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हूँ. आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें

अगर आप चाहे तो मेरे इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग कर सकते हैं. आप द्वारा दी दो आँखों से दो व्यक्तियों को रोशनी मिलती हैं. क्या आप किन्ही दो व्यक्तियों को रोशनी देना चाहेंगे? नेत्रदान आप करें और दूसरों को भी प्रेरित करें क्या है आपकी नेत्रदान पर विचारधारा?

ZEAL said...

भाटिया जी , इस गाने ने तो भावुक कर दिया।

chinmay billore said...

i want to join this blog i am chinmay billore my asper advise from girish billore who is my uncle i want to join blog parivaar kindly add me and change policy for my blog
url of my blog is as follow:http://shivamchinmay.blogspot.com/

निर्मला कपिला said...

कभी कभी उदास होना भी अच्छा लगता है। सुन्दर गीत।

राज भाटिय़ा said...

@ chinmay billore जी नमस्कार मैने आप का यह वाला http://shivamchinmay.blogspot.com/ ब्लाग बहुत ढुढा लेकिन कही नही मिला,आप url को दोबारा चेक कर के भेजे, हां आप की प्रोफ़ाईल मे यह नीचे दिया ब्लाग मिला हे, लेकिन यह अग्रेजी मे हे, आप चाहे तो इसे शामिल कर लूं, या पहले वाले को सही कर के भेजे,
http://chinmaybillore.blogspot.com/
धन्यवाद

ललित "अटल" said...

राज जी,

कृपया मेरे ब्लॉग को 'ब्लॉग परिवार' में सामिल करें

http://lalitbothra.blogspot.com/

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

प्रिय दोस्तों! क्षमा करें.कुछ निजी कारणों से आपकी पोस्ट/सारी पोस्टों का पढने का फ़िलहाल समय नहीं हैं,क्योंकि 20 मई से मेरी तपस्या शुरू हो रही है.तब कुछ समय मिला तो आपकी पोस्ट जरुर पढूंगा.फ़िलहाल आपके पास समय हो तो नीचे भेजे लिंकों को पढ़कर मेरी विचारधारा समझने की कोशिश करें.
दोस्तों,क्या सबसे बकवास पोस्ट पर टिप्पणी करोंगे. मत करना,वरना......... भारत देश के किसी थाने में आपके खिलाफ फर्जी देशद्रोह या किसी अन्य धारा के तहत केस दर्ज हो जायेगा. क्या कहा आपको डर नहीं लगता? फिर दिखाओ सब अपनी-अपनी हिम्मत का नमूना और यह रहा उसका लिंक प्यार करने वाले जीते हैं शान से, मरते हैं शान से
श्रीमान जी, हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सुझाव :-आप भी अपने ब्लोगों पर "अपने ब्लॉग में हिंदी में लिखने वाला विजेट" लगाए. मैंने भी लगाये है.इससे हिंदी प्रेमियों को सुविधा और लाभ होगा.क्या आप हिंदी से प्रेम करते हैं? तब एक बार जरुर आये. मैंने अपने अनुभवों के आधार आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है.मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.
क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं अगर मुझे थोडा-सा साथ(धर्म और जाति से ऊपर उठकर"इंसानियत" के फर्ज के चलते ब्लॉगर भाइयों का ही)और तकनीकी जानकारी मिल जाए तो मैं इन भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने के साथ ही अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हूँ.
अगर आप चाहे तो मेरे इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग कर सकते हैं. आप द्वारा दी दो आँखों से दो व्यक्तियों को रोशनी मिलती हैं. क्या आप किन्ही दो व्यक्तियों को रोशनी देना चाहेंगे? नेत्रदान आप करें और दूसरों को भी प्रेरित करें क्या है आपकी नेत्रदान पर विचारधारा?
यह टी.आर.पी जो संस्थाएं तय करती हैं, वे उन्हीं व्यावसायिक घरानों के दिमाग की उपज हैं. जो प्रत्यक्ष तौर पर मनुष्य का शोषण करती हैं. इस लिहाज से टी.वी. चैनल भी परोक्ष रूप से जनता के शोषण के हथियार हैं, वैसे ही जैसे ज्यादातर बड़े अखबार. ये प्रसार माध्यम हैं जो विकृत होकर कंपनियों और रसूखवाले लोगों की गतिविधियों को समाचार बनाकर परोस रहे हैं.? कोशिश करें-तब ब्लाग भी "मीडिया" बन सकता है क्या है आपकी विचारधारा?

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

माननीय राज भाटिया जी, कृपया करके आप मेरे ब्लॉग का url बदल दें, क्योंकि मैंने अपने उपरोक्त ब्लॉग में कुछ बदलाव किये है. आपको अतिरिक्त कष्ट देने के लिए क्षमा करें. http://rksirfiraa.blogspot.com


यह टी.आर.पी जो संस्थाएं तय करती हैं, वे उन्हीं व्यावसायिक घरानों के दिमाग की उपज हैं. जो प्रत्यक्ष तौर पर मनुष्य का शोषण करती हैं. इस लिहाज से टी.वी. चैनल भी परोक्ष रूप से जनता के शोषण के हथियार हैं, वैसे ही जैसे ज्यादातर बड़े अखबार. ये प्रसार माध्यम हैं जो विकृत होकर कंपनियों और रसूखवाले लोगों की गतिविधियों को समाचार बनाकर परोस रहे हैं.? कोशिश करें-तब ब्लाग भी "मीडिया" बन सकता है क्या है आपकी विचारधारा?

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

पति द्वारा क्रूरता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव अपने अनुभवों से तैयार पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता के विषय में दंड संबंधी भा.दं.संहिता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव विधि आयोग में भेज रहा हूँ.जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए के दुरुपयोग और उसे रोके जाने और प्रभावी बनाए जाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. अगर आपने भी अपने आस-पास देखा हो या आप या आपने अपने किसी रिश्तेदार को महिलाओं के हितों में बनाये कानूनों के दुरूपयोग पर परेशान देखकर कोई मन में इन कानून लेकर बदलाव हेतु कोई सुझाव आया हो तब आप भी बताये.

SANDEEP PANWAR said...

http://jatdevta.blogspot.com
जाट देवता को परिवार में शामिल करने का कष्ट करे,

समय चक्र said...

आप हिंदी ब्लागजगत के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं ...मेरी अनंत शुभकामनाएं हैं..

Manish Khedawat said...

nice sharing

http://creationsofmansa.blogspot.com

Suresh kumar said...

कृपया मेरा ब्लांग शामिल करे मेरा URL है
http://sureshkimehfil.blogspot.com/

 
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