जी नमस्कार आप सभी को , अगर आप को यहां दो लाईने ही दिख रही हे तो आप इस ब्लाग परिवार के टाईटल पर किल्क करे,या फ़िर Home पर किल्क करे तो आप को तीन लाईने दिखेगी, जी यहां तीन लाईने हे आप की नयी पोस्ट १, ,आप की नयी पोस्ट २ आप की नयी पोस्ट ३,
ऒर हर थोडी देर बाद आप अपडॆट करने के लिये F5 को दबाये, अगर आप भी अपना ब्लाग इस परिवार मे शामिल करना चाहते हे तो , हमे अपना URL यानि अपने ब्लाग का पता भेज दे, धन्यवाद
पल्लवी जी आप का ब्लाग मैने पहली बार ही ब्लाग परिवार मे शामिल कर लिया हे,आप ** आप की नयी पोस्ट ३ मे ध्यान से देखे, यहां मोजूद हे आप का ब्लाग. धन्यवाद अब तक के सभी ब्लाग इस परिवार मे शामिल कर लिये गये हे. धन्यवाद
Puneet ओर Akhilesh जी आप लोगो के ब्लाग साईट मे डालने मे कुछ प्राब्लम आ रही हे, शायद कल तक ठीक हो जाये, ठीक होते ही सब से पहले आप के ब्लाग शामिल किये जायेगे, आसुबिधा के लिये खेद हे, धन्यवाद
संघ से सोलह सवाल
-
*RSS के लोगों से ये 16 प्रश्न आप पूछिये?? *इनके जवाब ये लोग नहीं दे
पाएंगे।* *उलटा आप को गाली देंगे या ब्लॉक करके भाग जायेंगे या विरोधियों का
फोटोशॉप पोस्...
रामचरित मानस में आग के विविध रुप
-
आग ... सच कितना डराती है यह आग। अपनी विकट भूखी ज्वाला में सब कुछ हजम कर
जाती है और अवशेष के रुप में बच जाते हैं बस कुछ सूखे कण, जिसको राख के नाम से
सम्ब...
मेरी आवाज
-
हाड़ी रानी का बलिदान
चंद वरदाई रचित देवी स्तोत्र
वह जसवंत सिंह कहलाता है
श्री राम स्तुति : मत्तगयंद छंद
आदि शंकराचार्य
HINDI POETRY BY GANGA DHAR...
-
https://www.facebook.com/yugnirman.org इस पेज को लाइक करके आप भी युग
निर्माण योजना में सहभागी बने।
डर के आगे जीत है डर केवल अज्ञात में होता है। जैसे-जैसे हम...
होली के रंग : बदलते ज़माने की रंग बदलती होली
-
होली एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर पृष्ठभूमि के लोग मनाते हैं, जिसमें दुश्मनी
भुलाकर गले मिलते हैं। फिर भी, एकता और प्यार का यह त्यौहार बदल रहा है।
फाल्गुन क...
अरण्य-रोदन
-
जाने-अनजाने हम सब कहीं न कहीं या तो किसी न किसी खास दल के समर्थक बने हुए
हैं या फिर किसी मज़हब के। ऐसा लगता है कि देश के सियासी चक्रव्यूह में उलझकर
हम सब ए...
-
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए,
आप को चेहरे से भी बीमार होना चाहिए.!!
आप दरिया हैं तो फिर इस वक़्त हम ख़तरे में हैं,
आप कश्ती हैं तो हम को पार...
यह कैसा लोकतंत्र है.. महाकुंभ में हुई घटना पर
-
यह कैसा लोकतंत्र है?
गिरीश पंकज
अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोटना इसी को तो कहते हैं. प्रयागराज के महाकुंभ
में भगदड़ के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हो गई. उस ...
ब्रह्मा ने इस दिन सृष्टि की रचना की थी
-
मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जिसे माघ मास की
अमावस्या के दिन मनाया जाता है। यह दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक
दृष्टिको...
जानिये Rajput Population In Rajasthan?
-
बड़े-बड़े इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि राजपूतों के इतिहास के बिना भारत के
इतिहास का सपना देखना बहुत मुश्किल है। भारत में राजपूत जाति को एक योद्धा जाति
...
ए आई
-
जहां जाना है, उस ओर कदम नहीं बढ़ रहे,
और जहां नहीं जाना, मन वहीं खींचा जाता है!
यह आत्मबल क्या चीटियों से भी क्षीणतम नहीं?
इस मन का हाल क्या दुर्योधन से ...
समय की बात!
-
उम्र खर्च हो गया
विशेषज्ञ सोचे-समझे,
बहुत पैसे कमाने के लिए,
धनी आज बहुत हैं।
रखने की जगह नहीं,
बस चुप हो गया।
वक़्त ही नहीं मिला संभालें,
जैसे भी ...
जब रात स्वप्न
-
जब रात स्वप्न
मन में से
आने जाने लगे
उन को मन में
बसने दिया जाए
कब तक उस पर निर्भर रहे
नही कहां जा सकता|
मन के अनुसार चला
आ सकता |
आशा...
एक परिचय : दीक्षा राणा
-
एक परिचय वो ख़ास सा है आधार ही जिसका मिठास सा है । कहने को तो वो आम सा है
पर जिंदगी में उसका होना ईनाम सा है । जिसका छूना ही एक आराम सा है उसका दूर
होना एक...
525 शिवलिंग के दर्शन"
-
*525 शिवलिंग के दर्शन"*
शिवपुरी धाम
*थेगड़ा (शिवपुरी धाम ) कोटा ( राजस्थान)*
करीब 37 साल पहले जब मैं राजस्थान के इस शहर कोटा में आई थी तो यह...
सज्जन-मन
-
सब सहसा एकान्त लग रहा,
ठहरा रुद्ध नितान्त लग रहा,
बने हुये आकार ढह रहे,
सिमटा सब कुछ शान्त लग रहा।
मन का चिन्तन नहीं व्यग्रवत,
शुष्क हुआ सब, अग्नि त...
CSK Vs MI: तिलक, ऋतिक ने मुंबई की लाज रखी
-
*लो स्कोरिंग मैच में मुंबई को मिली 5 विकेट से जीत, मुंबई इंडियंस के साथ
चेन्नई सुपरकिंग्स भी प्लेऑफ स्टेज से बाहर, चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से धोनी
को छ...
27-28 April 2022 Astrology in hindi today
-
*27-28 April 2022 A*strology in hindi today
*(For latest Click here)*
The ascendant of a person is very effective. Hence, all the prediction of
'Horoscope...
-
आजकल मैं कुछ थकी थकी सी हुँ
वक़्त चल रहा हैं लेकिन मैं थमी सी हुँ
ना जाने सारा दिन मैं क्या सोचती हुँ
खुद ही के भीतर मैं क्या खोजती हुँ
पंख लगा कर आ...
जीवन क्या है ?
-
*.*
*.*
*.*
*कल अचानक*
*कहने लगी बेटियाँ*
*पापा, कुछ समय से*
*लगने लगे हो आप*
*एकदम दादाजी से*
*बातें वैसी ही करते हो*
*हो बोलते उनकी तरह *
...
थम्ब्स अप इंचार्ज
-
डॉक्टर चच्चा के बेटी का बियाह था। अपनी रजनी दीदी। मई का महीना रहा होगा। १३
- १४ साल के रहे होंगे हम। सब लोग अपना मारुती भान में भर के देबघर पहुंच गए।
रास्त...
लगातार संघर्ष करने से सफलता अर्जित होती है ....
-
महाभारत में भीषण युद्ध चल रहा था । युद्द भूमि में गुरु और शिष्य आमने सामने
थे । दुर्योधन की तरफ से द्रोणाचार्य और पांडवों की ओर से अर्जुन युध्द के
मैदान मे...
Bayes Theorem and its actual effect on our lives
-
मित्रों आज बेज़ थियरम पर बात करुँगी। बहुत ही महत्वपूर्ण बात है - गणित
के शब्द से परेशान न हों - पूरा पढ़े, गुनें, और समझें। हम सभी ने बचपन में
प्रोबेबिलिटी ...
उस पार ---3
-
लड़की एक बार फिर से उसी झील के किनारे बैठी है। पानी में पैर डुबोने और
छप छप करें , का ख्याल आया लेकिन गंदले और काई जमे किनारे ने उसे दूर से ही
छिटका ...
कांच के टुकड़े
-
सुनो
मेरे पास कुछ
कांच के टुकड़े हैं
पर उनमें
प्रतिबिंब नहीं दिखता
पर कभी
फीका महसूस हो
तो उन्हें धूप में
रंग देती हूं
चमक तीक्ष्ण हो जाते
तो दुबारा
...
लक्ष्य पर ध्यान जीवन में कितना जरुरी है ?
-
[image: लक्ष्य पर ध्यान दें]
लक्ष्य पर ध्यान रखें लक्ष्य पर ध्यान
बात चाहे अपने आस-पास की हो या दूरदराज के किसी क्षेत्र अथवा देश विदेश
की, लेकिन ...
पंचायत आम चुनाव- 2020
-
*ग्राम पंचायत आम चुनाव-2020*
*ग्राम पंचायत-अजारी, पिण्डवाड़ा, सिरोही, राजस्थान*
जीवन में चुनाव संबंधित नये नये अध्याय जुड रहे हैं। सर्विस को तीन वर्ष भी न ...
गणतंत्र दिवस २०२०
-
देश विदेश में रहने वाले सभी भारतवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक
शुभकामनाएं देश के अंंदर बाहर तैनात जवानों और शहीदों के परिवाजनों को नत
मस्तक प्रणाम
अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) की क्वांटम साइंस
-
*अल्फा लिनोलेनिक एसिड (**ALA**) की क्वांटम साइंस *
- यह एक ओमेगा-3 फैट है क्योंकि इसमें पहला डबल बांड ओमेगा कार्बन से तीसरे
कार्बन के बाद बना है
...
कविता -अमित अकबरपुरी
-
*जीवन का सत्य मरण में है *
*बाक़ी सब कुछ विचरण में है ,*
*जो उदय हुआ वो अस्त भी है*
*पागल मानव तो व्यस्त ही है *
*एक हवा भी आएगी इक दिन*
*ले जाय...
आप डैस्कटॉप पर कई भाषा में बैबपेज सुन सकते हैं
-
फ़ायरफ़ॉक्स में, Read Aloud एक Add on की तरह उपलब्ध है. इससे आप किसी भी
पेज को
पढ़ने के बजाय सुन सकते हैं.
इसे activate करने के बाद यह फ़ायरफ़ॉक्स म...
नज़्म- ज़िन्दगी
-
ज़िन्दगी अब वो ज़िन्दगी न रही...
अब तो लम्हों को काटा जाता है...
जैसे करता है नौकरी कोई...
बेसबब रोज ही खामोशी से...
फ़र्ज़ की बेड़ियों में जकड़े हुए...
सांस द...
गुरुदेव के चरणों में...
-
पहले गुरु माता- पिता, वंदन शीश झुकाय।
बिन इनके संभव नहीं, जीवन सुख है पाय।।
नमन उन्हें जो दे गए, जीवन का हर मर्म ।
चलूँ सदा मैं नेक पथ, करूँ नेक मैं कर्म।।...
ठहर गई है जिंदगी...
-
ठहर गई है जिंदगी
बस चल रही हूं मैं,
सांसों की आंच में देखो
पिघल रही हूं मैं।
ख्वाब ख्वाहिशें जुस्त - जू
सब बीती बातें हैं
'आज ' है एक आग
जिसमें जल रही ह...
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
-
*तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम *
*+रमेशराज *
*--------------------------------------------------------------------------------*
* ग़ज़ल-फोब...
तुम ही हो पतवार कान्हा !
-
*जब-जब फैला है तमस, तब-तब किया उजास*
*अपनों का जमघट, मगर; हो इक तुम ही पास*
*हो इक तुम ही पास, न दूजा और सहारा*
*तुम ही हो पतवार, बही जब आँसू-धारा*
*मन कलु...
विधाता छन्द
-
हुआ #नाकाम बन्दा तो, करे वह #इश्क की पूजा।
बदलकर नाम अपना वह रखे उपनाम ही दूजा।
गजल गाता, घुमक्कड़ बन, सदा दारू पिये उम्दा-
#मुकम्मल #इश्क फेरे में, रहे हर ...
कहानी--बेटी
-
*(कल 31जुलाई को मेरे स्व०पिताजी(श्वसुर जी)आदरणीय श्री प्रेमस्वरूप
श्रीवास्तव जी की तीसरी पुण्य तिथि है**।इस अवसर पर पाठकों के लिए प्रस्तुत है
उनकी एक कहा...
लिख रहे कैसी कहानी मुल्क में
-
लिख रहे कैसी कहानी मुल्क में कर रहे जो हुक्मरानी मुल्क में क़द्र खोती ये
सियासत देखिए आम होती बदजुबानी मुल्क में मुफ़लिसी, बेरोजगारी बढ़ रही रक़्स
करती ख़ुश-गु...
BAJIRAO PESHVA - इस हिंदू राजा से खौफ खाते थे मुगल
-
*BAJIRAO PESHVA - इस हिंदू राजा से खौफ खाते थे मुगल, दिल्ली में मुगल शासक
को तीन दिन बंधक बनाकर हराया था बुरी तरह*
बाजीराव बल्लाल भट्ट एक ऐसा हिंदुस्तान...
I don't lie
-
In this time,
of yours...you can keep me
till I don't lie.
I don't lie,
all this time...
only if you can keep me.
I may not be the last thing..
So in love....
-
* गज़ल *
रहे बरकत बुज़ुर्गों से घरों की
हिफाजत तो करो इन बरगदों की
खड़ेगा सच भरे बाजार में अब
नहीं परवाह उसको पत्थरों की
रहे चुप हुस्न के बढ़ते गुमां पर
रही...
एक सपने की हत्या
-
कुछ मैंने की, कुछ तूने की
कुछ मिलकर हम दोनों ने की
इक सपने की हमने हत्या की ।
समझौतों का ये जीवन जीया
मिलकर गरल कुछ हमने पीया
जो करना था वह हमने न किया ।
...
Arshad Ali Ansari
-
* अरशद अली अंसारी *
*लेखक: विजय चतुर्वेदी*
नवीन के मोबाइल की घंटी बज रही थी 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' की
धुन उसने अपने कॉलर ट्यून पर ल...
जीवन नाम है ...पतझड़ का...
-
दास्ताँ.... पेड़ से बिछुड़े सूखे पत्ते की
तन से उतरे आत्मा रूपी ...कपड़े लत्ते की ...
-अकेला
जीवन नाम है ...पतझड़ का...
फिर पतझड़ में, पत्ता टूटा
शाख़ से उसका,...
चांदनी यूं बिना बताए कोई जाता है क्या?
-
बीते दिनों महिला दिवस था। दिनभर टीवी चैनल महिलामंडन करते रहे। खासकर रक्षा
क्षेत्र में परचम फहराती महिलाओं के इंटरव्यू दिखाए गये। अखबार भी महिला दिवस
और ...
सर्दी ने ढाया सितम
-
नस्कार मित्रो। नव वर्षा की शुभकामनाओं के साथ मै सर्दी का एक तौहफा लेकर
आई हूँ
*सर्दी ने ढाया सितम*
ठिठुरती काँपती ऊँगलियाँ
माने नहीं छूने को कलम
...
Agumbe karnataka ,Rainforest Research Station
-
agumbe rainforest, better known as Agumbe Rainforest Research Station and
is a less familiar but beautiful place. Introducing you to this, *Alpa
Dougli*...
काल का प्रवाह..
-
वे दुष्यंत थे
भूल गये थे शकुन्तला को
आज के दुष्यंत हैं
जो शकुन्तला से मिलते ही हैं
भूलने के लिए।
वे दुष्यंत थे
याद आयीं थीं शकुन्तला उन्हें
अँगूठी देखकर
आज क...
क्रान्ति सुनहरा कल लाएगी
-
क्रान्ति सुनहरा कल लाएगी संघर्षों का फल लाएगी स्वप्न बंधे जंजीरों में
आशाएं कुंठित रुद्ध भले होँ आज समय विपरीत सही विधि के निर्माता क्रुद्ध भले
होँ स्वेद...
ख्वाव तेरे किरचियाँ बन ...
-
ख़्वाब तेरी किरचियाँ बन आँखों को अब चुभने लगी
गम की आँधियाँ इस तरह ख्वाबों के धूल उड़ा गए
मंज़िल पास थी रास्ता साफ था दो कदम डग भरने थे
गलतफहमी की ऐसी हवा ...
अनुशासनहीन होती हमारी नई पीढ़ी
-
वर्ष 1997 में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा दिल्ली के लालकिले पर एक
राष्ट्रीय सभा का आयोजन किया गया था। आयोजन से जुड़े लोग बताते है कि उस सभा
में देशभर...
-
आत्मविश्वास बढ़ाए काउंसलिंग*शशि सिंघ**ल*
*शशि सिंघल*
*आज* सुनिधि काफी तनावमुक्त लग रही थी। उसने बताया कि स्कूल में नियुक्त
एजूकेशनल काउंसलर की मदद से उसके...
गिरिधर की कुण्डलियाँ
-
सुप्रसिद्ध कवि गिरिधर ने अनेक कुण्डलियाँ लिखी हैं।
प्रस्तुत है गिरिधर कवि रचित गिरिधर की कुण्डलियाँ।
*बिना विचारे जो करै*
बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछि...
हमारी झारखंड यात्रा भाग 2
-
*रजरप्पा मन्दिर के दर्शन*
जमशेदपुर शहर के बाद अगले दिन हमारी प्लानिंग रजरप्पा स्थित माँ छिन्नमस्तिके
मंदिर घुमने की थी. मंदिर तय समय पर पहुंच जाए, इसके...
हिंदी ब्लागिंग के कलंक !
-
कल से ही सोच रहा हूं कि कम से कम अंतर्रराष्ट्रीय हिंदी ब्लागिंग दिवस पर कुछ
तो लिखा जाए, मित्र भी लगातार याद दिला रहे हैं, पूछ रहे हैं कहां गायब है,
इन...
ब्लॉगर्स से फेसबुकिया बनने पर
-
ब्लॉगर्स से फेसबुकिया बनने पर कौन-कौन क्या-क्या बन गया। तांगे में या रेस
के घोडे को एक ऐनक/Blinker पहनाई जाती है....ताकि वो केवल सामने ही देख सके।
ऐसे ही ...
राम अवतार की कथा
-
राम अवतार रामचन्द्र प्राचीन भारत में जन्मे, एक महापुरुष थे। हिन्दू धर्म
में, राम, विष्णु के १० अवतारों में से एक हैं।
राम, अयोध्या के राजा दशरथ और रानी क...
हमारे जीवन का दर्शन ( दिसम्बर-2015 )
-
*1* *दिसम्बर 2015** : मोहजीत अपनी देह से भी नष्टो मोहा होते हैं.*
*2* *दिसम्बर 2015** : कथनी और करनी में समरूपता रखना ही महान आत्मा का लक्षण
है.*
*3* *दि...
Demonetization and Mobile Banking
-
*स्मार्टफोन के बिना भी मोबाईल बैंकिंग संभव...*
प्रधानमंत्री मोदीजी ने अपनी मन की बात में युवाओं से आग्रह किया है कि हमें
कैशलेस सोसायटी की तरफ बढ़ना है औ...
बरबादी ।
-
*बिलकुल सही है, मुझ से इश्क न फरमाने का फैसला तेरा,*
*मेरी बरबादी के लिए, तो बस काफ़ी है तेरी बददुआ...!*
मार्कण्ड दवे । दिनांकः १२ अगस्त २०१६.
फिर अंधेरों से क्यों डरें!
-
प्रदीप है नित कर्म पथ पर
फिर अंधेरों से क्यों डरें!
हम हैं जिसने अंधेरे का
काफिला रोका सदा,
राह चलते आपदा का
जलजला रोका सदा,
जब जुगत करते रहे हम
दीप-बा...
धड़कनें खामोश हैं
-
*दूर क्यों हो पास आओ जरा *
*देखो गगन से मिल रही धरा *
*कलियां खिल रही कितने जतन से *
*चाँद की रौशनी से नहाओ जरा *
*धड़कनें** खामोश हैं वक्त है ठहर गया...
बंधुवा ज़िन्दगी ....
-
कहते हैं
Image Credits
ठहर जाना
नहीं है ज़िन्दगी की
कोई चाल….
चलते रहना है.
चलते रहना है, पर्याय ज़िन्दगी का.
यही सोच कर
कभी आहिस्ते
कभी वेग में
भागता...
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
-
*तेवरी में करुणा का बीज-रूप *
*+रमेशराज*
*--------------------------------------------------------------------*
* तेवरी अन्त्यानुप्रासिक व्यवस्था से ...
व्यंग्य /महंगाई के कमरतोड़ आसन
-
इस देश में अगर योग के लिए प्रेरणा देने का काम किसी ने किया है तो वो
है परमप्रिय महंगाई-सुंदरी.
इसे डायन कहना ठीक नहीं. डायन बर्बाद करती है, ये सुंदरी आबा...
प्रश्न अनुत्तरित...
-
तुमने मेरे लिए क्या किया
ये ज्वलंत सवाल
गाहे बगाहे
जीवन को छलनी करता रहा
और मैं आगे
और आगे बढ़ता रहा
मैंने सोचा
वाकई गहरा है ये पूछना
तुमने क्या किय...
तुम्हारी धुन पर नाचे आज मेरे गीत....
-
तुम्हारी धुन पर नाचे आज मेरे गीत,
कहो तुम हो कहाँ ओ व्याकुल मन के मीत।
झंकृत है ये तन,मन और जीवन,
हो रहा है ह्रदय नर्तन,
थिरक कर कर रही कोशिश,
झूमने की आज द...
रमेशराज के समसामयिक गीत
-
*रमेशराज के समसामयिक गीत *
*--------------------------------------------------*
*।। आज हमारे चाकू यारो ।।*
*----------------------------------------*...
ढाई अक्छर
-
बिलखते देखा है मुद्दतो तक, किसी को कब्र पे,
चिताओं पे बस एक बार रोते है सब।
कफ़न वो रोज़ जाके बदलते हैं उनके कब्र पे,
चिताओं पे तो बस, मुर्दे बदलते है।
शहाद...
कहाँ के थे
-
थोड़ा बरस के थम गए वो बादल कहाँ के थे आँखों में नमी शेष है आँसू यहाँ पे थे
इस माहौल को देखते सोचता हूँ एक बात आदम यहां हैं तो अहरमन कहां पे थे कई बरस
हो गए ...
आध्यात्मिक विचार - 31-10-2015
-
*संसार से हमें वही मिल रहा है, जो हमने पूर्व में संसार को दिया था।*
*भविष्य में भी हमको वही मिलेगा, जो आज हम संसार को दे रहे हैं॥*
*चाहे वह प्रेम हो ....या...
जनाज़े अपने हिस्से में
-
जनाज़े अपने हिस्से में उधर बारात का मौसम
रहेगा कितने दिन इस बेतुकी सी बात का मौसम
दिये की एक मद्धम लौ के आगे थरथराता है
ये आंधी का ये अंधड़ का ये झंझावात का ...
पुण्य की गंगा
-
मेरे गाव मे
कल ही
पहरेदार आए है
अपनी संस्कृति बचाने को दूर से
लंबरदार आए है
घने बागों मे, दल बल सहित
डेरा जमाया है
अनन्य भक्तों ने बड़ा
आसन सजाया ...
अलसी
-
अलसी - एक चमत्कारी आयुवर्धक, आरोग्यवर्धक दैविक भोजन
------------------------------------------------------------------------------
जब से परिष्कृत यानी “रिफाइ...
ऑनलाइन-गर्दी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
-
इन दिनों एक नई तरह की गर्दी काफी चर्चा में है. एक पक्ष उसे ऑनलाइन
गुंडागर्दी कहता है तो दूसरा पक्ष कहता है कि जी इसे गुंडागर्दी मत कहिए, हम
तो अभिव्यक्त...
ऐ मेरे मन....
-
किसी के कहने पर कुछ कहना ...
किसी दूसरे की भावनाओ मे बहना..
अपने भीतर के प्रकाश को कमजोर कर जाता है।
ऐ मेरे मन....
दूसरो को छोड़..
अपने भीतर के प्रकाश पर वि...
i love govt jobs
-
The young graduates of India have considerable opportunities affecting
their profession. They will have the decision to work in public sector,
private sec...
Get the growth from government jobs
-
This job is meant for you in all times. Every one of us is well-aware of
the fact when downturn began, that the international job scenario really
went unde...
हमारे तुम्हारे बीच
-
हमारे तुम्हारे बीच
एक नदी बहा करती थी
शीतल, शांत और पावन
जलधारा समेटे,
फिर अचानक
लहरों का आवेग बढ़ने लगा,
पानी छिटक कर
किनारे बहने लगा,
जहाँ नागफनी के साथ
कुछ...
उसके लिए (सरोकार की मीडिया)
-
फेसबुक पर एक लेखक वर्ग ऐसा है जो हम जैसी घरेलू लेखिकाओं से बहुत डरता है
क्योंकि हमारा लिखा (चाहे थोडा लिखें) तारीफ़ पाता है |ज्यादा की चाह के बिना
हम अपन...
मन गुरु में ऐसा रमा, हरि की रही न चाह
-
ॐ
श्री गुरुवे नमः
*ॐ ब्रह्मानंदं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्तिम् ।*
* द्वंद्वातीतं गगनसदृशं तत्वमस्यादिलक्ष्यम् ॥ एकं नित्यं विमलमचलं
सर्वधीसाक्षीभूतम् । ...
कुछ अनुत्तरित प्रश्न
-
कुछ अनुत्तरित प्रश्न जगदीश कश्यप संपादक मिनी युग व विक्रम सोनी संपादक
लघुआघात द्वारा प्रेषित किये गए थे (बीस वर्ष से भी पहले ) . प्रश्न व
भगीरथ के उत...
गर्मी मीठे फल है लाती
-
लाल लाल तरबूजे लाती,
गर्मी मीठे फल है लाती.
आम फलों का राजा होता,
बच्चों को मनभावन लगता.
मीठे पके आम सब खाते,
मेंगो शेक भी अच्छा लगता.
खरबूजा गर्मी में आ...
मैं अन्तर्मन तेरा (ग़ज़ल )
-
मैं अन्तर्मन तेरा, मैं ख़्वाब भी तेरा हूँ
विश्वास करो मेरा, मैं साँझ सवेरा हूँ
बनजारें भी अब तक, घर लौट गये होंगे
मैं बीच रास्ते का, लूट गया जो डेरा हूँ...
मेरे टूटे हुए ख़्वाबों के सिवा भी हैं जहाँ
-
मेरे टूटे हुए ख़्वाबों के सिवा भी हैं जहाँ,
तेरे रूठे हुए आशिक़ से अलग लोग भी हैं,
मेरे नाकाम मुक़द्दर से बड़े दर्द कई,
तेरे तन्हाई के ज़ख़्मों से जुदा रोग ...
-
ख्वाबों की ताबीर
सुना है उसके शहर की ...
बात बड़ी निराली है ,
सुना है ढलते सूरज ने ...
कई दास्ताँ कह डाली है ,
सुना है जुगनुओं ने ...
कई बारात निकाली है ,
...
गौमांस निषेध को अपना समर्थन दीजिए………
-
सात आसान चरण गाय को गौमांस का सामान बनने से बचाने के लिए...
1. Visit the link : 2. Click 'Yes' 3. Click 'Submit' 4. Come back to this
post 5. Copy the des...
सभी को सम्मान दें ...।
-
ये कहानी इक ऐसे व्यक्ति की है जो एक फ्रीजर प्लांट में काम करता था ।
वह दिन का अंतिम समय था व् सभी घर जाने को तैयार थे तभी प्लांट में एक तकनीकी
समस्या उत्...
जाने मेरी फर्मों का नाम "शकुंतला" ही क्यों है ?
-
*बहन स्वर्गीय शकुन्तला जैन की 30वीं पुण्यतिथि*
*बहन स्वर्गीय शकुन्तला जैन की दिनांक 31 जनवरी 2015 को 30वीं पुण्यतिथि के
अवसर पर परिवार के सभी सदस्य भाव-विभ...
-
श्री हनुमत शक्ति-परम वैष्णव,परम भक्त हनुमान जी कलियुग मे सशरीर विराजमान
है!एक परम संत श्री नरसिंह बाबा की सच्ची घटना है, ये अंग्रेज के जमाने मे फौज
की नौ...
कैसे आया सूरज आकाश में...
-
कैसे आया सूरज आकाश में...
सत्ता के अधिकार के लिए दैत्य और देवताओं में शत्रुता उत्पन्न होने के कारण
दैत्य सदा देवताओं पर आक्रमण कर युद्ध करते रहते थे। इसी ...
टाइगर देखना है तो रणथम्भौर जाइए
-
*वो रहा, कहां, अरे वो सामने, कहां? अच्छा वो, काफी मशक्कत और चश्मा ऊपर-नीचे
करने के बाद मेरी नजर पेड़ों के झुरमुट को चीर, नाले के उस पार, गुफा के आधे
अंदर...
-
*अनूठा मौन संवाद*
चीन के एक छोटे से कस्बे में रहता था ली ची। अपने से छोटे-बड़े, सबकी
मजाक उड़ाता रहता। एक दिन गांव के कुछ लोगों ने से चुनौती दी, ‘अ...
टिन्डिस (Tyndis) जिसे पोन्नानि कहते हैं
-
रोमन साम्राज्य के अभिलेखों में भारत के दक्षिणी तट के टिन्डिस (Tyndis) नामक
बंदरगाह का उल्लेख मिलता है और आज के “पोन्नानि” को ही इतिहासकारों ने टिन्डिस
होने...
-
कैसा पर्यावरण ?
व्यक्तिगत रूप से मै किसी भी दिवस को मनाने का पक्षधर नहीं रहा क्यूंकि बुद्धि
के पागल लोग इन दिनों में अपने अंदर के भरे सारे कूड़े कचरे को निक...
जनक छंदी सलिला: २
-
संजीव 'सलिल'
*
शुभ क्रिसमस शुभ साल हो,
मानव इंसां बन सके.
सकल धरा खुश हाल हो..
*
दसों दिशा में हर्ष हो,
प्रभु से इतनी प्रार्थना-
सबका नव उत्कर्ष हो...
अरी यशोदा
-
अरी यशोदा,
बहुत गुमान है न तुझे अपने आप पर
कि तू नटखट कन्हैया की मां है...
अरी यशोदा,
बहुत गुमान है न तुझे अपने बालक पर
कि तेरा लाल जग में सबसे न्यारा है......
लोकसभा आम चुनाव २०१४
-
*भारतीय* लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्वों में से एक लोकसभा आम चुनाव का २०१४ का
संस्करण अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है। इस संस्करण की कई बातें काफी समय तक
याद...
रंग रंगीली होली आई.
-
[image: Friends18.com Orkut Scraps]
रंग रंगीली होली आई..
रंग - रंगीली होली आई मस्तानों के दिल में छाई
जब माह फागुन का आता हर घर में खुशियाली...
आयुर्वेद और ब्लॉगरों की माथा पच्ची
-
*आज बात करते हैं एक ही ब्लॉग **न दैन्यं न पलायनम्* *में प्रकाशित आयुर्वेद
श्रृंखला की। वाग्भट्ट की पुस्तक के आधार पर आयुर्वेद के ज्ञान को हम सब से
साझा क...
-
जो लोग सीधे होते हैँ
वही बेबाकी से अपनी बात कह जाते हैँ
चाहे जान कर या अनजाने मेँ
तोहमतेँ लग जाया करतीँ हैँ कभी कभी
कभी हिम्मत से तो कभी भोलेपन से
कहते हैँ ...
थोडी सी सावधानी रखे और हैकिंग से बचे
-
*आज सुबह सुबह एक दोस्त का मेल आया कि उसका जीमेल अकाउंट किसी ने हैक कर लिया
है और वह नही खुल रहा है। किसी तरह से उसका अकाउंट तो वापस सही कर दिया। तभी
ल...
झूठ,
-
बेवजह आरोप है, मुझ पर झूठ बोलने का,
तुमने कब सुनना चाहा था सच,
हर बार झूठ तुम्हे अच्छा लगा,
और हर सच बुरा,
तुम्हे जो पसंद था, वही तो किया हमने,
ये लो अ...
Open heart surgery
-
Open heart surgery is any surgery where the chest is opened and surgery is
done on the heart muscle, valves, arteries, or other parts of the heart
(s...
"विवाह" नामक संस्था का स्वरूप खराब हो रहा है
-
*दूषित मानसिकता वाली अपनी पत्नी को समर्पित चंद शब्द *
*"मत खुश हो कि बर्बादी वाली हवा का रुख हमारी ओर है! भूल मत जाना यह आवारा
हवा कब किस ओर मुड जाये!...
गुलाम अली ...गजले जो बेहद अच्छी लगने लगी है !
-
*गुलाम अली का नाम बेहद लोकप्रिय ग़ज़ल गायकों में शुमार
हैं। खालिस उर्दूजानने वालों की मिल्कियत समझी जाने वाली, नवाबों-रक्कासाओं
की दुनिया में झनकती और शा...
तलाश
-
बदल रहा दौर
बलात्कार पर
बहस जारी है।
चिंतित हैं लोग
अबला बनी शिकार
मंथन जारी है।
अखबार में, दूरदर्शन पर
संस्कार और सरोकार
चिंतन जारी है।
मंथन, चिंतन,बहस...
छत्तीसगढ़ बनिस अपराधगढ़
-
का कहवं संगवारी, फ़ेर कहे बिगर नई रहे सकंव। छत्तीसगढ़िया सबले बढिया कहिथे।
बढिया एखर सेती हे के कउनो ल तकलीफ़ नई दे। खाए बर नई रही त लांघन भूखन रही
जाही ...
कबीर के श्लोक - १२१
-
*ढूंढ्त डोलहि अंध गति , अरु चीनत नाही संत॥कहि नामा किऊ पाईऐ , खिनु भगतहु
भगवंतु॥२४१॥*
कबीर जी कहते हैं कि नामदेव जी कहते हैं -जीव खोज खोज कर परेशान हो जात...
तेनालीराम से साक्षात्कार
-
*आज सड़क पर हम चलते जा रहे थे | अचानक हमारी नज़र सडक के किनारे अनमने और
उदास से बैठे एक शिखाधारी, दीन-हीन से दिखने वाले प्राणी पर जा टिकी | जाने
क्यों ...
Untitled
-
ये जख्मे जिगर हम उठाए कैसे तुम ही कहो अब मुस्कुराए कैसे
आते है बार बार मेरी आंख मे आंसू हम अश्क अपने उनसे छुपाए कैसे
तेरी यादो से ही रौशन है मेरी दुनिया ...
ईश्वर गुरप्रीत की आत्मा को शांति प्रदान करे
-
*सरदार बी.एस.पाबला के पुत्र गुरप्रीत सिंह का एक पुराना चित्र *
* मैंने विगत दिन शनिवार को फेसबुक के मित्र संजीव तिवारी
(https://www.facebook.com/tiwari...
एक चमत्कार-हमसे एक कत्ल हो गया
-
परसों (शनिवार की रात) एक चमत्कार हो गया. शाम सात बजे से रात एक बजे तक शीश
राम पार्क नामक हमारी कालोनी की बिजली कट गई. कारणों का कोई पता नहीं. मगर रात
ग्य...
आज का चिंतन
-
अक्सर मैं ऐसे बच्चे जो मुझे अपना साथ दे सकते हैं, के साथ हंसी-मजाक करता
हूँ. जब तक एक इंसान अपने अन्दर के बच्चे को बचाए रख सकता है तभी तक जीवन उस
अंधकारमय...
पत्थरों के गाँव में ठहरने लगा है आईना …..
-
*तेरी गली से होकर गुजरने लगा है आईना*
*तेरी हर आहट पर संवरने लगा है आईना*
*.*
*लटें संवार कर तुम चली गयी पल भर में*
*जाने क्या सोचकर उछलने लगा है आईना*
*....
नन्हे हाथों और तिक्ष्ण दिमाग का कमाल...
-
*अब चोरी करने से पहले ही पकड़े जाएंगे चोर, *
*बज उठेगी मोबाइल घंटी...*
*========================================*
*नगर में रहने वाले आठवीं के छात्र सूरज ने ...
यंत्रों-तंत्रों से चमत्कार हो जाएगा ?
-
देश भर से निर्मल सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा के विरोध की खबरें आ रही हैं,
और अब उनके समर्थन में भी कुछ लोग जुट रहे हैं। विरोध और समर्थन के बीच मीडिया
की...
हिंदी कहानी की रचनात्मक चिंताएं – राकेश रोहित
-
हिंदी कहानी की रचनात्मक चिंताएं – राकेश रोहित (भाग- 23) (समापन कड़ी, पूर्व
से आगे) देवेन्द्र चौबे की दूसरा आदमी (नवभारत
टाइम्स, दिल्ली 6 अक्टूबर 1991)...
एअर कंडीशन नेता
-
वंदन कर भारत माता का, गणतंत्र राज्य की बोलो जय ।
काका का दर्शन प्राप्त करो, सब पाप-ताप हो जाए क्षय ॥
मैं अपनी त्याग-तपस्या से जनगण को मार्ग दिखाता हूँ ।
ह...
हिँदुतत्व पर आघात करता सेकुलर वाद
-
जब कोई भाई हिँदुतत्व की बात करता है सनातन संस्कृति की बात करता है तो
सेकुलरवादी उसे मानव धर्म की परिभाषा समझाने लगते है जबकी सच ये है त्याग
करूणा प्रेम आदर...
मित्रों के नाम के एक संदेश
-
अगर आप मेरे फेसबुक के खाते से नहीं जुड़ें हुए है. तब आप जुड़ें.
https://www.facebook.com/ramesh.k.jain
https://www.facebook.com/sirfiraa
तीर्थंकर महावीर स...
बेचैनी
-
कुछ अजब
कुछ गजब
सन्नाटा सा था
चंद रातें
कभी सोतीं
कभी जागतीं
खुली आँखों से कभी
कभी मूंदकर आँखें
मैं देखता सा था !
क्या था
क्यों था
कुछ तो था
जिसने मुझे
बेचै...
ये कैसी बेबसी
-
आज दुल्हन के लाल जोड़े में,
उसकी सहेलियों ने उसे इतना सजाया होगा …
उसके गोरे हाथों पर,
सखियों ने मेहँदी लगाया होगा …
क्या खूब.... चढ़ेगा रंग, मेहँदी का;...
कहते है हिन्दूस्तानी है हम....(सत्यम शिवम)
-
कहते है हिन्दूस्तानी है हम,
पर जुबान पे अंग्रेजों की भाषा बसती है,
देख के अपनी विलायती तेवर,
हिन्दी हम पर यूँ हँसती है।
क्या बचपन में पहला अक्षर,
माँ कहने मे...
कैसा हो रक्षा बंधन ?
-
*आज प्रकाशित सामग्री श्री **संजय** कुमार जैन जी द्वारा भेजी गई है. उन्होंने
यह सामग्री उपरोक्त ब्लॉग के फेसबुक
https://www.facebook.com/groups/mahavirswam...
तेरी तस्वीर.....ओम कश्यप
-
सोचा एक दिन तेरी तस्वीर बना लूँ ,
हसीन रंगों से अपनी तकदीर सजा लूँ !
मेरा दिल तो कोरे कागज की तरह हैं ,
इस पर तेरे नाम की लकीरे बना लूँ !
तेरे लिए थे बहुत...
रोजगार Vs हिन्दी
-
*रोजगार **Vs ** हिन्दी*
*पुनीत कुमार*
नमस्कार दोस्तों, कैसे हो ? अरे.......... मैं आपसे आपका हाल-चाल पूछ रहा हूँ।
लेकिन मैं तो आपको जानता भी नहीं, कौन ह...
आओ मिलकर वृक्ष लगायें
-
वृक्ष हमें फल देते हैं,
हमसे कुछ नहीं लेते हैं,
खुशियाँ बाँटे, खुशियाँ पायें।
आओ मिलकर वृक्ष लगायें॥
तरु हमें छाया देते हैं,
हम इनको पानी देते हैं,
आओ इनकी ...
मेरे देश को एक और मोहनदास करमचंद गाँधी चाहिए...
-
घोटालों पर घोटालें सामने आते जा रहे हैं ।महँगाई की मार खा-खा कर भी अपने देश
के लोग मूक दर्शक बने अपने घरों से बैठें हैं.....अपने धंधों से थोड़ी -सी
फुरसत...
भटका हुआ देवता
-
ये तस्वीर हरिद्वार के शांति कुञ्ज की है . माधव का मुंडन कराने जब मै
हरिद्वार गया था , ये तब की तस्वीर है ."भटका हुआ देवता"के नीचे कई आईने रखे
हुवे है . इस...
नूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार!!
-
नवल धवल सूरज से आलोकित हो घर आँगन परिवार
नूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार
बाधाएं दूर हो जीवन की, नित प्रेम सुरभि का हो संचार
मन में करुणा व्याप...
नागार्जुन का काव्य शिल्प
-
बाबा नागार्जुन का काव्य संसार - अन्तिम भाग
नागार्जुन पर यह आरोप अक्सर लगाया जाता रहा है की अपनी कविताओं में वे छंद और
शिल्प के प्रति उदासीन हैं। सबसे पह...
रेकी ग्रैंड मास्टरशिप
-
रेकी मास्टर बनाने की क्षमता प्रदान करने वाले आचार्य को रेकी ग्रैंड मास्टर
कहा जाता है। रेकी ग्रैंड मास्टरशिप रेकी का उच्चतम कोर्स है । सैकड़ो - हजारो
विद्या...
भारत के रोम-रोम में बसे राम
-
भारत की विविधता में एकता को देखना है, तो उसके पर्वों और त्योहारों पर नज़र
डालनी होगी। इनका देश की संस्कृति, अर्थव्यवस्था और समाज के साथ भौगोलिक
परिस्थि...
भावनात्मक रूप से मूर्ख लोग
-
इमोशनली बेवकूफ लोग चलते फिरते बारूद की तरह हैं, कोई भी कभी भी इनके ज़रिए
किसी का भी कत्ल करवा सकता है, दंगा भड़का सकता है।
हमारे देश में ऐसे लोगों गोमां...
6 डिग्री तापमान में गर्मी..भगवान बचाए!!
-
यदि आप अपने शहर की 40-42 डिग्री की गर्मी में 20 से 22 डिग्री पर एसी चला कर
जीवन का आनंद ले रहे हों और तभी आपका कोई दोस्त या परिचित कमरे में आए और इतने
कम...
801. फ़र्स्ट अप्रैल
-
मूर्ख बनाने का भी कोई दिन होता है क्या,
हम तो हमेशा ही बनाते रहते हैं,
शुरुआत में प्रयोजन से बनाते थे,
अब तो आदत हो गई है बनाने की।
कितना अच्छा ...
318. प्रेरक प्रसंग : नियम भंग कैसे करूं?
-
*318. प्रेरक प्रसंग : नियम भंग कैसे करूं?*
*1929*
1929 की बात है। एक दिन गांधी जी को किसी विशेष कारण से शाम की प्रार्थना में
पहुंचने में एक मिनट की देर...
पुस्तक लोकार्पण
-
'रामु न सकहिं, नाम गुन गाई' पुस्तक लोकार्पण समारोह की कुछ झलकियाँ।
लेखक...प्रो0 उदय प्रताप सिंह। दिनांक 28-03-2025, स्थान: राजकीय पुस्तकालय,
वाराणसी।
...
Ishq mein aksar ho jati hain nadaniyan.
-
*मेरे दर्द को यूँ बेवजह नीलाम मत करो,*
*उसकी बेवफाई को अब सरेआम मत करो,*
*इश्क़ में अक्सर हो जाती हैं नादानियाँ,*
* पर उसकी साज़िश को बदनाम मत करो।*
*M...
कोंदा भैरा के गोठ-31
-
कोंदा भैरा के गोठ-31
1.
-अपन भाखा खातिर कतका मया अउ निष्ठा होथे तेला देखना हे त महाराष्ट्र म देखे
जा सकथे जी भैरा.
-उहाँ अइसे का होगे जी कोंदा तेमा आने ज...
123. महिला साहित्यकारों की समस्याएँ
-
साहित्यकार होना बहुत बड़ी उपलब्धि है, विशेषकर महिलाओं के लिए; क्योंकि महिला
साहित्यकार सिर्फ़ साहित्यकार नहीं होती, उससे पहले वह एक स्त्री होती है। स्त्री
...
आदमी
-
सोना जब
भट्टी मे तपता है
कुन्दन बनता है ,
और जब कसौटी
पर खरा उतरता है
उसका सही दाम लगता है
वाह रे !
मेरे देश ; यहाँ
जब कोई इंसान
तप कर
हर कसौटी पर
खरा उतरता...
आधुनिक संदर्भ में महाशिवरात्रि पर्व
-
आधुनिक संदर्भ में महाशिवरात्रि पर्व
महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहारों में से एक है, जिसे भगवान शिव
की उपासना और साधना का दिन माना जाता है। य...
2025 में विवाह मुहूर्त कब है ?
-
Marriage dates in 20252025 में विवाह मुहूर्त कब है ?
[image: Marriage dates in 2025]
भारतवर्ष में हिंदू धर्म में प्रत्येक मांगलिक कार्यों में शुभ मुहूर्त ...
भूख न जाने बासी भात……
-
प्रवीण चोपड़ा
“नहीं, नहीं, पैसे रहने दीजिए”….दुकान के मालिक ने कहा
“नहीं, , पैसे तो देने ही हैं….” डा जगजीत ने साफ़ साफ़ कह दिया।
“नहीं, आप तो इतने बड...
जद्दोजहद होने ना होने के बीच
-
*अभी उसने बताया तुम हो *
*समझाया भी खरा खरा होने का मतलब *
*अच्छा महसूस हुआ नहीं होने से होने तक पहुंचना *
*बहुत बड़ी बात लगी *
*समझ में भरा था सभी ...
चाय-रोटी
-
बचपन में हम लोग सुबह के नाश्ते में चाय-रोटी खूब चाव से खाते थे। परिवार बड़ा
और कमाने वाले अकेले पिताजी ही होने के कारण हमारा परिवार मध्यम वर्ग में भी
गरी...
वेश्यावृत्ति और लिव-इन (लघुकथा)
-
सारा सभागार वयोवृद्ध गुप्ता जी के मंच से दिए जा रहे वक्तव्य को सुनकर सन्न
रह गया। आखिर आज महिला दिवस के अवसर पर कोई आज की महिलाओं पर ऐसा कटु व्यंग्य
क...
न्याय की चौखट!
-
राजस्व न्यायालयों में लंबित मामलों के हालात को दर्पण दिखाती एक लघुकथा! एक
और "सीता माता " के संघर्ष की कथा!
प्रमुख राष्ट्रीय दैनिक राजस्थान पत्रिका क...
यह सच है कि दीन- हीन में दीनानाथ बचते हैं।
-
।!*आज का सुविचार!।*
*दूसरे व्यक्ति को उसके दुख से बाहर निकालने से बड़ा और बेहतर कोई काम नही!
दुनिया में आने वाले सभी अवतार/ सन्त महात्मा ने यही किया!*
...
हमारी जड़ें !
-
हमारी जड़ें !
मम्मी आपने तो गाँव देखा , मुझे भी देखना है । मेरी कुछ सहेलियों के
गाँव हैं न। खूब किस्से सुनाती हैं ।
"हाँ बेटा अभी देखती...
श्री राम चरित मानस अमृत वाणी_49
-
श्री राम चरित मानस अमृतवाणी _49
आज ये मानस पाठ किया
कृपया नित्य सुबह सुनें मानस पाठ , मित्रों आप से प्रोत्साहन और सुझाव मिलता
रहे
जय श्री राम
दे ऐसा आशी...
जन्मदिन मुबारक हो अजनबी...
-
प्यार- कई लाख जन्म मुझे सन्नाटे कभी पसंद नहीं थे, हाँ एकांत ज़रूर पसंद था.
उस एकांत के दरम्यान तुम्हारी एक मुस्कराहट ने जैसे सब कुछ अलग-थलग कर दिया
था. तुम्...
Growing Blackberries In Containers
-
[image: Growing blackberries in containers]
Growing blackberries in containers
If you crave blackberries but don't want an enormous thicket of them,
plan...
UJJAIN HOLY TRAVELL- 3 - VIKRAMADITYA TILLA
-
*UJJAIN HOLY TRAVELL- 3 - VIKRAMADITYA TILLA*
*इससे पहले का यात्रा वृत्तान्त पढने के लिए क्लिक करे...(UJJAIN A HOLY
TRAVELL - 2 - MAHAKAL DARSHAN) *
*24/...
ज्योतिषी जादूगर नहीं, परामर्शदाता है
-
ज्योतिष चाहे वैदिक ज्योतिष हो, हस्तरेखा, अंक ज्योतिष या कोई अन्य प्रकार, इन
सबमें आम से लेकर खास लोगों तक की एक विशेष अभिरुचि रहती है। कोई लग्न कुंडली
...
Beautiful Mature Outfits 2023
-
"Join our exclusive fan club and be the first to know about our latest
news, promotions and events. Be a part of a community of passionate fans
and enjoy...
-
पड़ाव और पड़ताल अंक 1 से 31 अब निःशुल्क ई-बुक्स के रूप में
लघुकथा विधा पर आधारित दिशा प्रकाशन के श्री मधुदीप द्वारा पड़ाव और पड़ताल
शीर्षक से लघुकथा विधा प...
सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह
-
*सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह*
* सावनी*
काली घटाएँ करती शोर
वन में नाचें पपीहा मोर
मन-मोहक ऋतु आई ऐसी
छाइ हरीतिमा चारों और
अंबर में विधुत्त चमचम...
पटना यात्रा के अनुभव भाग - 2
-
अगली सुबह सोकर उठे तो चाय सुडकने की तलब लगी और किसी गुमटी ठेले पर चाय
सुडकने का एक अलग ही आनंद होता है. गुमटी पर चाय सुडकने जावो तो वहां के खास
देशी लोगों ...
माँ का घर - संतोष कुमार चतुर्वेदी
-
* मैं नहीं जानता अपनी माँ की माँ का नाम*
*बहुत दिनों बाद जान पाया मैं यह राज*
*कि जिस घर में हम रहते हैं*
*वह दरअसल ससुराल है माँ की*
*जिसे अब वह अपना घर मान...
अटल जी की कविता
-
* अटल जी की कविता *
*1)*
गीत नहीं गाता हूँ
बेनक़ाब चेहरे हैं,
दाग़ बड़े गहरे हैं
टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ
लगी कुछ ऐसी नज़र
बिखर...
Indian Nurses Hub
-
Indian nurses hub is a association of Registered Nurses and Nursing
Students
Indian Nurses hub association is comprised of nursing majors and those
i...
Rekomendasi Serum untuk Mencerahkan Wajah
-
Serum adalah serangkaian *skincare *yang berfungsi menutrisi wajah. Baiknya
digunakan pada pagi hari dan malam hari. Serum memperbaiki masalah tertentu ...
हमारा चिर-परिचित अंदाज़
-
एक राज्य के पूर्व सीएम पर जब अवैध रूप से जमीन कब्जाने के आरोपों के बारे
सुना तो मन में कोई हैरानी न हुई। शायद इसलिए कि इसमें हैरान करने जैसा कुछ
था ही नही...
शीतला:एक कल्याणकारी माता
-
*Jai shitla mata* शीतला:एक कल्याणकारी माता जगतजननी, जनकल्याणी मां शीतला
देवी के मंदिर सेनिकलती मधुर शंख ध्वनि एवं चौरासी मांगलिक घंटो और घंटियों
की स...
प्रेम पत्र
-
सोचा किसी को पत्र लिखूँ और कहूँ की .....
प्रिय मुझे जब, पत्र लिखो तो !
तुम कुछ.. ऐसा सा लिखना !!
पंक्ति पंक्ति में ....तुम रहना, !
और पृष्ठ पृष्ठ, मुझसा रख...
GatyatmakJyotishApp
-
विज्ञानियों को ज्योतिष नहीं चाहिए, ज्योतिषियों को विज्ञान नहीं चाहिए।दोनो
गुटों के झगडें में फंसा है गत्यात्मक ज्योतिष, जिसे दोनो गुटों के मध्य
सेतु ...
तलाश एक रास्ते की
-
कुछ दूर चला मैं
रास्ता अनजाना था
लोग भी नए
मौसम भी कुछ नया सा
नए दरख़्त नई छांव
नई इमारतें नए गांव
रास्ता था मुझे चलना था
रास्ते पर आगे बढ़ना था
तो...
कविता -दिल्ली क्यों जला रहा है ?
-
दिल्ली क्यों जल रहा है ? छुपके चुपके खामोश षड़यंत्र रचा जा रहां है, तिल-तिल
आहत संविधान हिंसा द्वेष से प्रजातंत्र जल रहा है | प्रजा हित प्रमुख है या
शासक क...
अन्तःकरण की शुद्धि ही मन्त्र दीक्षा
-
बेहद ध्यान से पढ़िये (श्रीमद भागवत स्कन्ध 12, अध्याय 11) शौनक ने कहा - सूत
जी! हम क्रिया-योग का यथावत ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं क्योंकि उसका कुशलता
पूर्व...
★~मुहोब्बत आसान नही होती~★
-
आज वैलेंटाइन डे है। अर्थात प्यार का दिन, प्यार करने वालों का दिन, लेकिन
क्या प्यार का भी कोई दिन होना चाहिए ? आप अपने साथी से कितना प्यार करते है
यह जताने...
साच पास - एक खतरनाक सड़क की यात्रा (भाग - 1)
-
[image: Top post on IndiBlogger, the biggest community of Indian Bloggers]
*साच पास यात्रा - चमेरा लेक एवं भले**ई मंदिर (भाग - 1)*
जब से मैंने साच पास ...
ये वर्ष जा रहा है,
-
ये वर्ष जा रहा है,
संदेश ये सुना रहा है,
नया एक दिन पुराना होता,
जो आया है, उसे है जाना होता।
वक्त कितनी जल्दि बीत गया,
हो गया पुराना, जो था नया,
ये नया वर्...
समाज और न्याय की समझ
-
हमारे घर की बिजली अकसर ख़राब हो जाती थी।
कई बार तो एक-एक हफ़्ते ख़राब रहती थी।
जबकि पड़ोस के बाक़ी घरों की बिजली आ रही होती थी।
उसका कारण था।
हमारे पिताजी...
मन मोहक नारे
-
“हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, हम सब हैं भाई भाई”
सुनने में कितना अच्छा लगता है न? हम सब हैं भाई भाई| यही तो संविधान की आत्मा
है| किंतु क्या यह नारा दिल में उतर...
प्रदूषण
-
प्रदूषण
साँस संभल कर लेना अब तो हवा विषैली है।
मिट्टी पानी ने यह दुर्गति पहले झेली है।
हुई कुपोषित है थाली की दाल, भात, तरकारी,
कैसे तन को पोषण दें हम, दि...
बधाई
-
‘बड़ी अच्छी जुगाड लगाई यार तूने, ंि दी कादमी में लग गया! बधाई हो!’
‘तू भी तो हुर्दू कादमी में फ़िट हो गया, तुझे भी बधाई!’
‘इसी को तो कहते हैं ं गा-अमुना सं...
'पोर पोर' पर
-
मनुष्य के शरीर पर जो लघु और कोमल बाल होते हैं उन्हें ही रोम या रोआं कहा जाता
है. इन रोम की संख्या असंख्य होती है.इंसानों के अलावा जानवरों में भी रोम
होते...
पल्ला झाड़ने से बेहतर है कि आत्मसमीक्षा करें
-
PC - Praveen Khanna
सनाउल हक़ के मारे जाने की पुष्टि अफगानी स्रोत एनडीएस से हुई है। परसों। वह
अफगान सरकार और अमेरिका की संयुक्त आतंकवाद विरोधी लड़ाई में म...
इंतज़ार और दूध -जलेबी...
-
वोआते थे हर साल। किसी न किसी बहाने कुछ फरमाइश करते थे। कभी खाने की कोई खास
चीज, कभी कुछ और। मैं सुबह उठकर बहन को फ़ोन पे अपना वह सपना बताती, यह सोचकर
कि ब...
तुम्हारी उदासी
-
तुम जब भी उदास होते हो
मै उन वजहों को खोजने लगती हूँ जो बन जाती है
तुम्हारी उदासी की वजह
और उन ख़ूबसूरत पलों को
याद करती हूँ
जो मेरी उदासी के समय
...
राजू उठ ... चल दौड़ लगाने चल
-
राजू उठ
भोर हुई
चल दौड़ लगाने चल
पानी गरम कर दिया है
दूध गरम हो रहा है
राजू उठ
भोर हुई
चल दौड़ लगाने चल
दूर नहीं अब मंजिल
पास खड़े हैं सपने
इक दौड़ लगा कर जीत...
मेरे जीवन की सुन्दर सी तस्वीर तुम,
-
मेरे नयनो के सपनो का हो नीर तुम,
मेरे धड़कन के साँसों की जंजीर तुम,
तुम हो तो ये जीवन में संगीत है ,
मेरे जीवन की सुन्दर सी तस्वीर तुम,,,,,
इस जीवन में सुख...
मां
-
मां बस एक मां होती हैं
उसके जायो मे उसकी जान हौती हैं
कौन कहता है वो बेटा बेटी मे भेद कराकर
पयार को अपने चुरा लगाया
बेटे को झनंनत बेटी को यम द्वार पहुंचाय
रू...
जब बाई कहे बाई बाई.. (व्यंग्य)
-
आज अपनी श्रीमती जी को, जो कि एक गृहिणी होने के साथ - साथ वर्किंग वुमन भी
हैं, बड़ी ही बेबसी में देखा हमने। अब पत्नी जी का मिजाज खराब हो तो हम भी
कश्मकश मे...
आ चुका है सावधान रहने का समय !
-
संतान माता पिता या अभिभावकों के लिए सबसे प्रिय होती है और उसके लिए ही वो
कठिन परिश्रम करते है और अपने सुख को भूल जाते हैं। उनके सुन्दर भविष्य की
कल्पना क...
ग़ज़ल: प्यार के मौसम में हम बस प्यार की बातें करेंगे
-
प्यार के मौसम में हम बस प्यार की बातें करेंगे
रात भर ग़ज़लों की और अशआर की बातें करेंगे
इश्क़ के दरिया में आकर साहिलों की बात क्यों हो
अब तो हम लहरों की और मझ...
जाने लिंक्ड इन के बारे में।
-
[image: linkedin-online-success-business]
लिंक्डइन
नमस्कार मित्रों, आपका स्वागत है यहाँ। लिंक्ड इन के बारे में अधिकतर लोग नही
जानते की आखिर ये क्या है,...
Why I want to be house captain
-
Hello everyone! As some of you might already know, My name is Aadi in 6AW.
So the reason I’m applying for house captain is that I think I can make a
big ch...
इस गुर्जर साहित्यकार को दिया जाएगा बिहारी पुरस्कार
-
*जयपुर।* प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. सत्यनारायण गुर्जर को बिड़ला फाउंडेशन की ओर
से छब्बीसवां बिहारी पुरस्कार दिया जायेगा। उन्हें 4 मई को शाम 5:30 बजे ओटीएस
स...
कभी मेरे घर भी आना गौरैया! - आबिद सुरती
-
कहां गई गौरैया? क्यों नहीं दिखती गौरैया? सवाल और भी हैं। सवाल सबके लिए हैं।
हम पहली बार जिस पक्षी से परिचित हुए थे, वह गौरैया थी। जिस पक्षी के लिए आंगन
में...
Oil pastel
-
Oil Pastel Village scenery
Hi everybody !
This is my new pastel drawing of a village scene with a lake. I spent an an
hour and half for this.
Hope you li...
आखिर कब तक????
-
*दो *और जवान शहीद हो गए। राखी के एक दिन पहले दो बहनों ने अपने भाईयों को खो
दिया। राखी की सुबह दोनों शहीदों को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। पुलिस, प्रशासन और
...
ब्लॉगिंग : कुछ जरुरी बातें...1
-
ब्लॉगिंग की दुनिया बड़ी रोमांचक है. इसका दायरा कितना बड़ा है उसका अंदाजा
लगना मुश्किल है. लेकिन इतना तो हम समझ ही सकते हैं कि जहाँ तक इन्टरनेट और
स्मार्टफोन...
श्री राम की सहोदरी : भगवती शांता सर्ग-४
-
भाग-1
कौशिकी-कोसी
सृन्गेश्वर महादेव
भगिनी विश्वामित्र की, सत्यवती था नाम |
षोडश सुन्दर रूपसी, बनी रिचिक की बाम ||
मत्तगयन्द सवैया
नारि सँवार रही ...
रमेशराज की चतुष्पदियाँ
-
*रमेशराज की चतुष्पदियाँ*
*-------------------------------*
*गुलशन पै बहस नहीं करता *
*मधुवन पै बहस नहीं करता *
*वो लिए सियासी दुर्गंधें *
*चन्दन पै बहस ...
बेटे भी घर छोड़ के जाते हैं..
-
बेटे भी घर छोड़ के जाते हैं..
अपनी जान से ज़्यादा..प्यारा लेपटॉप छोड़ कर...
अलमारी के ऊपर रखा...धूल खाता गिटार छोड़ कर...
जिम के सारे लोहे-बट्टे...और बाक...
मैं ऐसा क्यों हूँ ?
-
मैं एक आजाद परिंदे की भाँति खुले आसमान में उड़ना चाहता हूँ, कभी इस डाल तो
कभी उस डाल पर बैठना चाहता हूँ।
हवाओ की भांति चहुँ वोर बह जाना चाहता हूँ, लोगो क...
"परछाईं"
-
क्या तुम्हे पता है?
मै आज भी वैसी ही हूँ?
तुम्हे याद है?
मेरा होना ही तुम्हारे मन मे पुलकन सी,
भर जाया करता था।
मेरे ना होने पर,
तुम कितने बेकल हो जाया करते ...
-
*विनोदशंकर शुक्ल : मेरे **गुरुदेव *
*गिरीश पंकज *
हिंदी व्यंग्य की दूसरी पीढी के सशक्त हस्ताक्षर विनोदशंकर शुक्ल अब हमारे बीच
नहीं है। उनका जन्म 30 दिसम्बर...
दियों की दिवाली - २०१६ Diyon ki Diwali 2016
-
जो दिये के
तल अँधेरा
रह गया था उस दिवाली
इस दिवाली
उस तमस् को भी नया दिनमान देना
कुछ अँधेरे झोपड़ों पर
याद रखना इक नजऱ
देखना अबकी चमकती
हर हवेली के परे...
-
झारखण्ड में पहली बार लगातार प्रत्येक रविवार नाटक " कान्तिकृष्ण कला भवन"
में 27 मार्च 2015 से आरम्भ हो मार्च 2016 तक चला जिसने रांची रंगमंच में
तहलका मचा द...
ओ रे पाकिस्तान
-
[image: pics of attacks on army के लिए चित्र परिणाम]
सोते शेरों को मारने वाले
पीठ में छुरा घोंपने वाले
अब तू भी चैन से न सो पायेगा
तेरे घर में ही घुस ...
व्यंग्य /महंगाई के कमरतोड़ आसन
-
इस देश में अगर योग के लिए प्रेरणा देने का काम किसी ने किया है तो वो
है परमप्रिय महंगाई-सुंदरी.
इसे डायन कहना ठीक नहीं. डायन बर्बाद करती है, ये सुंदरी आबा...
अजगर करे न चाकरी.........सबके दाता राम!
-
जय श्री राम....!
अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम
दास मलूका कह गए, सबके दाता राम!
तुलसी दास जी कहते हैं:
सियाराम मय सबजग जानी!
करहुँ प्रणाम जोरि जुग पानी.....
Tips Part 1..........
-
*Tips Part 1..........*
*अनिष्टकारी राहू की शान्ति के लिए चाय की कम से कम 200 ग्राम पत्ती लेकर 18
बुधवार दान करने से राहू का अशुभ फल समाप्त होकर शुभ...
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
-
* रमेशराज *
* ----------------*
*रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें *
*----------------------------------------------...
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
-
*रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ ]*
*---------------------------------*
*||जनकछन्द में तेवरी || ---**1.*
*……………………...
होलिका दहन
-
होलिका दहन
एक हसीना थी
बड़ी नाजनीना थी
जलवे दिखाती थी
सबको जलाती थी
करती थी ठिठोली
नाम था होली
उसको था वरदान
कोई भी इंसान
उसका संग पायेगा
बेचारा...
झूठ बोलूँगा तो कौवा काटेगा .... कसम से
-
अजी साहब !!! इनके तो चूहे बिल्लियों तक को शर्म आ नहीं रही ...
आप कह रहे हो इसको शर्म आनी चाहिए !!!
न जाने कौन सा नमक खाते हैं !!!
इनमे शर्म पैदाइशी होती नह...
वृक्ष के सपने में उड़ान है - राकेश रोहित
-
कविता वृक्ष के सपने में उड़ान है - राकेश रोहित वह इतनी अकेली थी सफर में कि
वृक्ष के नीचे खड़ी हो गयी वृक्ष ने उसे देखा और हरा हो गया! उसके मन में दुख
था सो...
मुझे अपना दोस्त बना लो
-
आदिल के घर के पड़ोस में शर्मा अंकल रहते थे. उनका घर बहुत बड़ा था. बच्चे उनसे
बहुत डरते थे. क्योंकि उनकी बड़ी बड़ी मूंछे थी जिसके कारण वो डरावने दिखते थे.
उनक...
आतंक के चेहरे पर ; किस मुंह से थूकते हैं !
-
[image: महाराणा प्रताप बटालियन ने मनाया बलिदान दिवस]
मुंबई में मना गोडसे का 'बलिदान दिवस'
जो गांधी के हत्यारे ;
गोडसे को पूजते हैं ,
आतंक के चेहरे पर ;
क...
"कर्कशा महिलाएं "
-
बचपन में खेलते थे कई खेल घंटो तक दिनों तक समझ और परिणाम रहित ।
एक खेल था बोलने का और चुप कर जाने का - "गाय ,गाय का बछड़ा ,गाय गुड ....के
समय होठों को भीं...
(लघुकथा) शिकार
-
गांव में दोनों के घर साथ-साथ थे. पर दुश्मनी पुश्तैनी थी, किसी को याद
नहीं था कि दुश्मनी किस बात पर और कब से चली आ रही थी. दोनों घरों में आने
वाली ...
क्या सदैव सत्य बोला जा सकता है?
-
क्या मैं सदैव सत्य बोलता हूँ? बोल पाता हूँ? क्यूँ ? एक ऐसा प्रश्न जिसका
उत्तर आसान भी है और बहुत कठिन भी. बहुत आसान है यह कहना कि जिसे मेरा मन या
अंतरात्म...
मोची का लालच
-
किसी गाँव में एक धनी सेठ रहता था। उसके बंगले के पास
एक जूते सिलने वाले गरीब मोची की छोटी सी दुकान थी। उस मोची की एक खास आदत थी
कि जो ...
रामशरण शर्मा मुंगेली की रचनायें
-
काम करो नित काम करो मत – जांगर पेरत मूड़ नवाई
पथरा ले रस बाहिर तीरव – बंजर देवव सोन उगाई
नीक रहो अउ ठीक रहो सब – खीक रहो मत जागहु
भाई रे झन मूरख के कर संग...
वाकई ये गाँव काफी तरक्की कर गया है....
-
ऊँची इमारतों के साये में पुरानी कुछ झोपड़ियां
बूढ़े मकानों की अनसुनी सिसकियाँ
अपने ज़माने के पक्के घरों में शिकन
सुनसान मंदिर के चबूतरे पे तास खेलते लोग
फुट...
तीर्थराज प्रयाग - सपना निगम
-
यहाँ माझी है नैय्या है पतवार है
और गंगा यमुना की बहती धार है
प्रयागराज तीरथ त्रिवेणी का संगम
बहती यहाँ सत्संग की बयार है
इन नदियों के पास मेरे दे...
नीली गोली के बाद अब गुलाबी गोली को हरी झंडी!
-
पुरुषों के बेहतर प्रदर्शन के लिए मददगार विख्यात नीली गोली (वियाग्रा) के
बाद अब अमेरिकन महिलाओं को भी जल्द ही महिला यौन रोग के उपचार के नाम पर पहली
बार " ग...
अंग्रेसी न जानना कोई गुनाह नहीं
-
मैं अंग्रेजी के खिलाफ नहीं हूँ मगर यदि कोई नहीं जानता है तो यह कोई गुनाह भी
नहीं है। अंग्रेजी न जानने पर कई लोग संकोच अनुभव करते हैं। खुल कर सामने नहीं
आते...
छोड़ दूँ
-
जी करे मैं काम की फेहरिस्त लिखना छोड़ दूँ
झटकार लूँ ये हाथ और काम सारे छोड़ दूँ
जो हुआ सो हो गया, जो होगा बेहतर ही होगा
आने वाले कल की मैं अब फ़िक्र करना छोड़...
‘खबर’ से ‘बयानबाज़ी’ में बदलती पत्रकारिता
-
मीडिया और खासतौर पर इलेक्ट्रानिक मीडिया से ‘खबर’ गायब हो गयी है और इसका
स्थान ‘बयानबाज़ी’ ने ले लिया है और वह भी ज्यादातर बेफ़िजूल की बयानबाज़ी.
नेता,अभिनेता...
-
अरे फेसबुक,ट्विटर, ब्लॉगजगत
के बुद्धिजीवियों!
अपनी ईर्ष्या के चलते अपने लहँगे से तो अपना मुँह ना ढाँपो। कल सारे दिन एक
न्यूज़ चैनेल fb पर भी चलता रहा। मेरे...
जिंदगी का पता न दे.........
-
चित्र गूगल साभार
ऐ खुदा, मुझे फिर से ये सजा न दे
कज़ा है मुकद्दर मेरा जिंदगी का पता न दे।
अश्कों से भर गया है दरिया-ए-मोहब्बत मेरा
फिर से चाहुँ मैं कि...
-
समन्दर को हमेशा ही ये पता होता है
के उसकी राह तक रहा एक किनारा होता है
उछलते मचलते लहरों को संभलने का एक सहारा होता है
किनारे की प्यास ना बुझी है कभी, न...
वो और हम
-
"बेरहम हैं वो या फिर बेफिक्र हैं...
कितना भी बताऊ उनको दिल ए हाल वो हैं की सुनते ही नहीं"
~~hn~~
"कहने को मलहम भी वो ही हैं इस दिल की चोट का..
पर दर्द को...
रामपुर गांव
-
नदियों में नाथ
शिवनाथ नदी के तीर बसा हुआ
सूंदर सा गाँव रामपुर,
जहाँ पीपल की छांव,
मांझी की नाव,
नदी तट पर जलक्रीड़ा करती सोन मछरिया,
सुंदर साधारण घर-दुवरिया,...
अब अंतिम चार के लिए होगा मुकाबला
-
फीफा विश्व कप अपने अंतिम पडाव की ओर बढ़ रहा है 32 टीमों में 24 की विदाई हो
चुकी है । अंतिम आठ के बारे में मेरा अनुमान सही निकला । यह सिर्फ मेरा अनुमान
नह...
ये चाँद
-
कभी ये दिल खुद ही खुद पे सबर रखता है
सुना है खुदा भी तो सब की खबर रखता है
तुम ही कहो कैसे अकेले में तुमको प्यार करूँ
ये चाँद भी सोता कहाँ है बस मुझी पे न...
मेहमान पक्षी
-
*ममता सुराणा *
लेखिका
दूर सुदूर लम्बी यात्रा पर निकला करते पक्षी गण
नीले अम्बर को मापा करते उडकर पंख फैला क्षण क्षण
उनकी मनभावन सुंदरता देख नयन ठगे से रह ज...
यमन
-
*राग यमन *
*संक्षिप्त परिचय *
थाट - कल्याण
जाति - सम्पूर्ण
वादी - गंधार
संवादी - निषाद
तीव्र स्वर - मध्यम बाक़ी सभी स्वर शुद्ध
समय - रात्रि का प्रथम प...
भारत बिचौलियों का स्वर्ग
-
शीर्षक से शर्म होना लाजिमी है, पर वास्तविकता इससे अलग भी नहीं है| हम
मिसाइलों के कई संस्करण बना चुके हैं, जिनके जद में अमेरिका भी आ सकता है| पर
तोप, लडाकू...
हे ईश्वर ! हमारे भारतवर्ष पर दया करो …
-
१२रु में भरपेट भोजन मुंबई में ….राजबब्बर , सांसद कांग्रेस
५रु में भरपेट खाना दिल्ली में …रशीद मसूद ,मंत्री
१रु में भी पेट भरा जा सकता है …फारुख अब्दुल्ला , म...
पावन पवित्र होली की हार्दिक अनंत अपार शुभकामनायेँ ।
-
होली हैँ भाई होली हैँ बुरा ना मानोँ होली हैँ _हुंडदंग टोली
बोलो हैँपी होली
गोबर कीचर कादोँ हुंडदंग का चोली
सब मिलकर बोलो हैँपी होली
Nature Ka Har Rang Aap ...
संविधान बिछाओ - सेक्स करो
-
*भारत के नेताओं,* धर्म रक्षको, बुद्धीजीवियों से पूछा जाये - "क्यों जी
बलात्कार पर आपकी क्या राय है।" तो सारे ऐसी घोर निंदा करेंगे कि सारे
बलात्कारी राम...
महिला दिवस...एक अर्थ पूर्ण दिवस!
-
*अगर महिलाएं समझ सकें...*
*...आज महिला दिवस पर महिलाएं और पुरुष सभी अपने विचार व्यक्त कर रहे
है!...महिलाओं की प्रगति कैसे हो, महिलाओं को समाज में सम्माननी...
त्रिपुरा चुनाव: वाम फिर सत्ता की ओर
-
*वहीं कांग्रेस के नेता भी दबी जुबान यह स्वीकार करते है कि सिर्फ हैलीकॉप्टर
से आकर चुनावी रैलियों को सम्बोधित करने से ही चुनाव नहीं जीते जाते। आम जनता
में...
क्यूँ मै मौन हूँ ?
-
लोग मुझसे पूछते है,आज क्यूँ मै मौन हूँ ?
प्रेरणा के स्त्रोत सूखे ,कल्पना है मर गई ,
मौत के साए से यूं ,जिंदगी है डर गई
स्तब्ध सा मै देखता हूँ ,सत्य है या सप...
आत्महत्या या हत्या
-
आत्महत्या या हत्या
. . . . . . . . . . . . . . . . . . . .
भीड़ का क्या है, कहीं भी, किसी भी हालात को अपना निशाना बना लेती है। आज
रामदीन के बँग्ले पर!
रामदीन...
रियली ! डेविड पेट्रियट इज ग्रेट देन...............
-
अमेरिका की सबसे ताकतवर ख़ुफ़िया एजेंसी सी आई ए के प्रमुख डेविड पेट्रियट ने
विवाहेतर संबंधों के चलते नैतिक आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और
राष्ट्रप...
Pilgrimage- now & ancient times
-
The Pilgrimage which has its Hindi meaning "Tritha yatra" were related with
geo piety ( related with devotion)in earlier times. However, now with more
and ...
झूलती मीनार और अलबेला खत्री की डुबकी
-
प्रारंभ से पढें
अगली सुबह अलबेला खत्री जी से बात हुई तो उन्होने बताया कि वे एक दिन पहले
अहमदाबाद में ही थे। फ़िर उन्होने कहा कि अगले दिन मैं सुबह की गाड़ी ...
आलोचना का परमसुख
-
घर में आज आलू-चना बना था, इकलौती (दूसरी के लिए हिम्मत नहीं है भाई) पत्नी ने
लहसून और जीरे से छौंक मार कर जो परोसा, तो आनंद आ गया चटख-चटख चटखारे लेकर
खाने ...
ईलाज संभव मधुमेह का...
-
*छत्तीसगढ़ के छात्र ने खोजा डायबिटीज का देसी इलाज*
*रायपुर डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज के एक छात्र ने मधुमेह के इलाज में बड़ी सफलता
हासिल की है। गौमूत्र चूर्ण से...
आजकल वे मुझसे नाराज़ हैं …
-
[image: image]
आजकल वे मुझसे नाराज़ हैं. यूँ तो मैं कभी नाराज़ नहीं होता और न किसी की
नाराजगी का अंदाज़ा होता है. पर पत्नी के मामले में बात अलग है. वे जब भ...
एक था बचपन - प्यारा सा बचपन ....
-
मेरे ही किस्म के जोगी ठाकुर थे ..... सुनिए आशीर्वाद फिल्म का ये गीत : एक था
बचपन ... प्यारा सा बचपन.
आपने पता नहीं गीत सुना या नहीं - पर ये भावुक...
सरकारी लोकपाल की खामियां
-
अभी अभी मैंने एक वीडियो देखा तो सोचा की आप लोगों से भी इसे साझा करूँ. यह
वीडियो सरकारी लोकपाल के खामियों को उजागर करता है साथ ही साथ भ्रष्टाचार को
बढ़ावा...
HAPPY NEW YEAR 2012
-
*2012*
*नव वर्ष की शुभकामना सहित:-*
*हर एक की जिंदगी में बहुत उतार चढाव होता रहता है।*
*पर हमारा यही उतार चढाव हमें नया मार्ग दिखलाता है।*
*हर जोखिम से ...
दिग्विजय को सलाम
-
*बयान :* सचिन और सहवाग दोनों ही खिलाडि़यों ने वन-डे का दोहरा शतक
मध्यप्रदेश में बनाया. सचिन ने दस हजार रन भी मध्यप्रदेश में ही पूरे किए
हैं. लिहाजा, मध्...
आलस्य :मेरा दोस्त
-
*आज सुबह मैंने पूछा आलस्य से," भाई, तुम क्यूँ मुझे इतना सताते हो?हर समय बिन
बुलाये मेहमान के जैसे आस-पासमंडराते हो!मुझे नहीं पसंद है यूँ तुम्हार...
मेरी दो नयी पुस्तके
-
मेरी दो नयी पुस्तके
हस्ताक्षर - कविता संग्रह - मूल्य मात्र १०० रूपए हैं
वैनिज़िया - कहानी संग्रह - मूल्य मात्र १५० रूपए हैं
दोनों पुस्तके एक साथ मांगने प...
नवरात्र का साधनात्मक पक्ष
-
नवरात्र का पर्व मूल रूप से मिलन की आराधना का पर्व है, संधिकाल के सदुपयोग का
पर्व है। जब भी दो ऋतुओं का मिलन होता है, तब नवरात्र का पर्व मनाया जाता है।
हमार...
जीवन उद्देश्य
-
*`**ओम**`*
*अपना जीवन उद्देश्य शीघ्र अति शीघ्र तय करें। फिर सदैव उसी का ध्यान करें।*
*मेरा उद्देश्य प्रभु की प्रसन्नता और उसको प्राप्त करना है।*
*प्राप्त...
अपनी भाषाएँ
-
*जैसे लोग नहाते समय आमतौर पर कपड़े उतार देते हैं वैसे ही गुस्से में लोग
अपने विवेक और तर्क बुद्धि को किनारे कर देते हैं। कुछ लोगों का तो गुस्सा ही
तर्क...
जमाना
-
इस ज़माने को मैं कैसे जमाना कह दूँ
जमाना तो वो था जिसमे हम जवान हुए
वो मीठे बोल में छुपी शरारतें और वो सुहावनी रातें
वो चाँद की ही गोद थी जिसमे हम जवान ...
किन्नर क्योँ होते है?: किन्नर
-
किन्नर क्योँ होते है?: किन्नर: "परमात्मा की रचना कभी गलत नही होती हाँ जरुर
हमारे विचार गलत हो सकते है। आज विश्व मे रावण राज की देन हमारे विचार ही
है।हम हमा...
मेरे नाम अनेक -डा. नागेश पांडेय 'संजय'
-
*शिशुगीत : डा. नागेश पांडेय 'संजय'*
मेरे नाम अनेक , दोस्तों ,
मैं छोटा सा भोलू .
कोई मुझसे सोनू कहता ,
कोई कहता गोलू .
दादा जी कहते हैं टिंकू ,
दादी क...
फिर जहाँ थे वहीं चले ....!!
-
इस बार जन्मदिन की धूम बहुत दिन चली . ममा पापा और सभी चाहने वालों ने मिलकर
बर्थडे वीक सेलिब्रेट किया . ४थे जन्मदिन पर ४-४ केक काटे गए . डीज़नी लेंड
में मिकी...
Luv Ka The End 2011 - The Mutton
-
Movie: Luv Ka The End (2011)
Director: Bumpy
Producer: Ashish Patil
Music Director: Ram Sampath
Lyricist: Aditya Bhattacharya
Cast: Shraddha Kapoor, Taa...
A Dream within a Dream
-
Take this kiss upon the brow!
And, in parting from you now,
Thus much let me avow-
You are not wrong, who deem
That my days have been a dream;
Yet, if Hope ...
होमियोपैथ दवा का दुष्प्रभाव
-
*6. होमियोपैथ दवा का दुष्प्रभाव*
मेरे बाल्यावस्था की एक घटना महत्तवपूर्ण है. उस समय मेरी उम्र डेढ़ वर्ष की
थी. मेरी माँ मुझे लेकर अपने मायके अगुवानपुर ...
पहला लेख >>>>
-
इस ब्लॉग पर हम इश्वर के अस्तित्व से सम्बंधित प्रमाणों पर पूर्वाग्रह रहित
चर्चाएँ करेंगें .. आस्तिक , नास्तिक तो ऐसे ही काफी छोटा सा विभाजन है .....
इस ब्लॉ...
***भारत प्रश्न मंच राउंड-१ मेरिट लिस्ट ***
-
[image: Orkut Myspace Welcome Scraps, Graphics and Comments]
भारत प्रश्न मंच आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता है
सभी स्वजनों को नववर्ष की अनेका नेक शुभकामनाए...
अनुवाद-- पाती अडिये बाजरे दी मुट्ठ
-
अनुवाद --पंजाबी पुसतक' पाती अडिये बाजरे दी मुट्ठ्'-- गुरप्रीत गरेवाल --का
हिन्दी अनुवाद।
अनुवाद के क्षेत्र मे ये मेरा पहला प्रयास है। आशा है आप मेरा उत्साह...
12 टिपण्णियां:
namaste , aaj phli bar is blog par aayi achha lga .is blog se judne ke liye apna URL bhej rhi hon .
panchnama.blogspot.com
http://nirdoshdixit.blogspot.com/2011/12/blog-post.html
Achcha lag raha hai is site ko visit karke.
http://www.madhushaalaa-sumit.blogspot.com/
http://sinhasdays.blogspot.com/
http://shilpamehta1.blogspot.com/
http://aapki-pasand.blogspot.com/
पल्लवी जी आप का ब्लाग मैने पहली बार ही ब्लाग परिवार मे शामिल कर लिया हे,आप ** आप की नयी पोस्ट ३ मे ध्यान से देखे, यहां मोजूद हे आप का ब्लाग. धन्यवाद
अब तक के सभी ब्लाग इस परिवार मे शामिल कर लिये गये हे. धन्यवाद
http://nirdoshdixit.blogspot.com/2011/09/blog-post_04.html
http://lifewithpenandpapers.blogspot.com/
http://faltukibaate.blogspot.com/
http://badrikedaryatra.blogspot.com
http://puneet-peace-power.blogspot.com/
धन्यवाद :)
कृपया मेरा ब्लॉग भी सम्मिलित करे धन्यवाद
http://www.akhileshrawal.blogspot.com/
Puneet ओर Akhilesh जी आप लोगो के ब्लाग साईट मे डालने मे कुछ प्राब्लम आ रही हे, शायद कल तक ठीक हो जाये, ठीक होते ही सब से पहले आप के ब्लाग शामिल किये जायेगे, आसुबिधा के लिये खेद हे, धन्यवाद
Post a Comment